Science ने समय के साथ-साथ इतनी तरक्की की है कि हर समस्या के समाधान के लिए इसने बारीक से बारीक चीज को खोज निकाला है। इतना ही नहीं हर सफल परीक्षण करके innovation का काम किया है। Science ने अंतरिक्ष से लेकर मानव स्वास्थ्य तक के कई क्षेत्रों में बड़ी-बड़ी उपलब्धियां हासिल की है। खैर आप भी बचपन से Science को पढ़ते आये हैं, तो आप भी इससे अच्छे से वाकिफ होंगे। Science ने ऐसी ही चीजों में एक खास चीज की research की जिसका नाम DNA होता है। अब आगे हम DNA के बारे में विस्तार से जानेंगे कि आखिर DNA है क्या और इसका पूरा नाम क्या है। अगर आप भी इस topic को clear तरीके से समझना चाहते हैं, तो इस post को पूरी जरूर पढ़ें।
DNA Full Form In Hindi और DNA क्या होता है ?
DNA का full form अंग्रेजी में Dioxyribo Nucleic Acid और हिंदी में डीऑक्सीराइबोज न्यूक्लिक अम्ल होता है। ऐसे तंतुनुमा अणु जो जिंदा कोशिकाओं के गुणसूत्र में पाए जाते हैं। DNA का सम्बंध जीवित कोशिकाओं से होता है।
DNA की संरचना कैसे होती है
DNA की आकृति लहरदार सीढ़ी की भांति होती है। ये एक 3D संरचना होती है। ये 2 Filament से मिलकर बनी होती है और ये Filament चारों ओर से घुमावदार संरचना बनाते हैं। DNA के अणु ग्वानिन, ऐडेनिन, थाइमिन और साइटोसिन से निर्मित होते हैं, जिन्हें न्यूक्लियोटाइड कहा जाता है। कोशिकाओं के लिए जरूरी प्रोटीन के निर्माण के लिए ये न्यूक्लियोटाइड सहायक होता है।
DNA History और DNA की खोज किसने की।
DNA की खोज ब्रिटिश वैज्ञानिक Johann Friedrich Miescher ने 1869 में की। इसके बाद 1953 में इन्होंने अमेरिकी वैज्ञानिक जेम्स डी वाटसन के साथ मिलकर इसकी संरचना की खोज की। इनकी इस बड़ी उपलब्धि के लिए इन्हें 1962 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
DNA क्या Work करता है
DNA क्या work करता है ये पता करने के लिए जब DNA एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित किया जाता है, तो इसके कार्य का पता लगाया जा सकता है।
कोशिकाओं में सूचनाओं को लंबे समय तक सुरक्षित करके रखना DNA का मुख्य काम होता है। इन सूचनाओं में अनुवांशिक सूचनाएं होती है। ऐसा DNA जो अनुवांशिक सूचनाओं का एक संग्रह होता है, जीन कहलाता है। इसी के साथ अनुवांशिक सूचनाओं को पढ़के आनुवंशिक गुणों को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित करना होता है।
DNA के प्रकार
मुख्य 3 प्रकार के DNA जीवों में पाए जाते हैं-
- A – DNA
- B – DNA
- Z – DNA
अब हम एक-एक को विस्तार से जानेंगे।
- A-DNA
इसमें दोनों side के Filaments छोटे, चौड़े और छोटी-छोटी खांच के बने होते हैं। इसके हर स्तर में 10.9 / 11 क्षार युग्म होते हैं।
- B-DNA
इसमें दोनों side के Filaments पतले और लंबे होते हैं। इसके हर स्तर में 10.9 / 11 क्षार युग्म होते हैं। इसकी खांच गहरी तथा उथली हुई होती है।
- Z-DNA
इसमें भी दोनों side के Filaments पतले और लंबे होते हैं। लेकिन इसकी खांचे गहरी होती है। ये zigzag की तरह होता है, इसीलिए इसे Z-DNA कहा जाता है। इसके हर स्तर में 12 क्षार युग्म होते हैं।
DNA से जुड़े विशेष तथ्य
- पुरानी पीढ़ियों के बारे में पता लगाने के लिए DNA की सहायता ही ली जाती है।
- मानव जाति के बारे में विकास और परिवर्तन को जानने के लिए भी DNA सहायक है।
- DNA क्षतिग्रस्त होने के बाद यदि इसमें सुधार न हो, तो हमें कैंसर हो सकता है। जिससे कि मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है।
- गुणसूत्र में जीन पाए जाते हैं, जिनसे मिलकर ही DNA का निर्माण होता है।
DNA में न्यूक्लियोटाइड की इकाईयां
DNA में न्यूक्लियोटाइड की 3 इकाईयां होती है। जिनका नाम निम्नलिखित है-
- Pantose Sugar (पेण्टॉज शर्करा)
- Nitrogen Base (नाइट्रोजन क्षार)
- Phosphate Group (फॉस्फेट समूह)
इसमें Nitrogen Base (नाइट्रोजन क्षार) की भी 2 इकाईयां होती है, जो निम्नलिखित है-
- Purine (प्यूरीन क्षार)
- Pyrimidine (पाइरिमिडीन क्षार)
DNA test के बारे में जानकारी
सबसे पहले तो आपको ये जान लेना चाहिए कि आखिर DNA test क्यों किया जाता है। DNA test कराने के कई कारण हो सकते हैं। अगली पीढ़ी में बीमारियों आदि का पता लगाने और अनुवांशिक लक्षणों का पता लगाने के लिए DNA test किया जाता है। इस टेस्ट में 15 हजार तक का खर्च आता है।
DNA test कई चीजों के माध्यम से हो सकती है। जैसे-
- खून (Blood)
- बाल (Hair)
- त्वचा (Skin)
- नाखून (Nails)
- अमिनियोड़ी फूल्स
- माउथवाश के आधार पर
इसके अलावा भी कई माध्यम से DNA test किया जा सकता है।
DNA का महत्व
वैसे तो इसके कई महत्व हैं, लेकिन उनमें से कुछ इस प्रकार हैं-
- कई गम्भीर बीमारियों का पता लगाने और उनके इलाज के लिए ये बहुत सहायक है।
- मानव जाति के DNA में केवल 0.01% असमानता होती है।
- जैसा कि आप भी जानते हैं कि हमारे पूर्वज बन्दर थे और धीरे-धीरे मानव जाति का विकास हुआ। इसी कारण से आज चिम्पांजी से मानव जाति का DNA 98% तक मिलता है।
- मानव जाति में ये रोजाना 10 लाख बार बनके नष्ट होता है।
- सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणें भी DNA के नष्ट होने का कारण बन सकती है।
- कई बार इंसान के मर जाने के बाद या मारे जाने के बाद उसके शव की पहचान करने के लिए भी ये सहायक होता है।
- कई बार बच्चों के माता-पिता की पहचान करने के लिए भी इसकी सहायता ली जाती है।
- लंदन की हाल ही आई न्यूज़ के अनुसार वैज्ञानिकों ने एक ऐसे उपकरण की रचना की है, जिससे पुरानी पीढ़ी के बारे में आसानी से जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।
- कई बार दुष्कर्म से जुड़े मामलों में भी ये सहायक होता है।
- शरीर के विकास के लिए DNA बहुत जरूरी होता है। क्योंकि कोशिकाओं के बिना इंसान जिंदा नहीं रह सकता। जब तक मनुष्य की कोशिका कार्य करेगी, तब तक इंसान जिंदा रहेगा।
तो दोस्तों, आज हमने जाना कि DNA ka Full Form और डीएनए क्या होता है। हमने आपको DNA topic का पूरा विश्लेषण करके बताने का प्रयास किया है। उम्मीद है आपको DNA से जुड़ी अच्छी जानकारी हो गई होगी।