किसी भी परमाणु मे कुल तीन sub atomic particles पाये जाते हैं जो क्रमश: प्रोटान(p), न्यूट्रॉन (n) और इलेक्ट्रॉन(e) हैं, जिनमे से प्रोटान और न्यूट्रॉन को सामूहिक रूप से Nucleons कहा जाता है क्योंकि ये दोनों मिलकर परमाणु के नाभिक का गठन करते हैं| इनके अलावा इलेक्ट्रॉन परमाणु के नाभिक के चारों ओर स्थित कक्षाओं मे तीव्र गति से चक्कर लगाते रहते हैं| आज हम इन तीनों sub atomic particles मे से एक न्यूट्रॉन के बारे मे बात करेंगे। जिसमे हम जानेंगे न्यूट्रॉन की खोज किसने की थी। परंतु सबसे पहले हमें जान लेना आवश्यक है कि परमाणु के नाभिक का ये important particle क्या है ? और इसके बाद ये पता करेंगे कि इसे किसने और कब खोजा था ?
न्यूट्रॉन क्या है ?
परमाणु के नाभिक मे मौजूद उदासीन sub atomic particle न्यूट्रॉन कहलाता है, जबकि परमाणु के नाभिक मे प्रोटान के साथ उपस्थित इस प्राथमिक कण का द्रव्यमान प्रोटान से थोड़ा ज्यादा होता है।
न्यूट्रॉन से जुड़े important facts :
- न्यूट्रॉन एक ऐसा sub atomic particles होता है जिसपर कोई आवेश नही होता।
- न्यूट्रॉन को n, n0, N संकेतों से प्रदर्शित करते हैं।
- न्यूक्लियन्स (Nucleons) की स्थिरता के लिए न्यूट्रॉन की आवश्यता होती है।
- न्यूट्रॉन का प्रयोग परमाणु विखंडन और परमाणु संलयन जैसी प्रक्रियाओं मे भरपूर मात्रा मे होता है।
- न्यूट्रॉन सभी पदार्थों के परमाणु केन्द्रकों मे प्रोटान के साथ उपस्थित होता है परंतु सामान्य hydrogen मे ये नही पाया जाता।
- यदि किसी पदार्थ के नाभिक मे उपस्थित न्यूट्रॉन का क्षय हो जाये तो वो पदार्थ रेडियोधर्मी (Radioactive) कहलाता है।
- न्यूट्रॉन का विद्युत भार ‘0’ होता है।
- न्यूट्रॉन का द्रव्यमान (maas)67493 * 10-27 किलोग्राम होता है जो की प्रोटान के द्रव्यमान से थोड़ा ज्यादा होता है और इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान से 1839 गुना ज्यादा होता है।
- न्यूट्रॉन की विधयुत ध्रुवीकरण क्षमता 1.16 (15) * 10-3 fm3 होती है।
- किसी भी परमाणु के द्रव्यमान और रेडियोधर्मी (radioactive) property मे न्यूट्रॉन का विशेष योगदान होता है।
- न्यूट्रॉन की चुंबकीय ध्रुवीकरण क्षमता 3.7 (20) * 10–4 fm3 होती है।
- न्यूट्रॉन अगर किसी atom के नाभिक का हिस्सा नही होते हैं तो वे फ्री होते हैं।
- न्यूट्रॉन दो डाउन क्वार्क (Quark) और एक उप क्वार्क (Quark) जैसे तीन प्राथमिक कणों से मिलकर बना होता है जो प्रोटान के तीनों प्राथमिक कणों का उलट होता है।
न्यूट्रॉन के बारे मे ऊपर वर्णित जानकारी से हमने ये जाना कि न्यूट्रॉन क्या है और उसकी कौन-कौन सी विशेषताएँ हैं, अब हम इसके अन्वेषण के बारे मे बात करेंगे
न्यूट्रॉन की खोज कब और किसने की ?
1897 मे जे जे थॉमसन द्वारा इलेक्ट्रॉन और सन 1911 ब्रिटिश भौतिक शास्त्री अर्नेस्ट रदरफोर्ड द्वारा प्रोटान के खोजे जाने के बाद सन 1931 मे सबसे पहले वालथर बोथे और हरबट बेकर द्वारा गामा किरणों की खोज की शृंखला को आगे बढ़ाते हुए सन 1932 मे ब्रिटिश भौतिक शास्त्री सर जेम्स चैडविक ने बोरोलियम पर अल्फा कणों की बमबारी (Alpha Rays Bombarding) करके न्यूट्रॉन की खोज की और उनकी इस खोज के लिए सन 1935 मे उन्हे भौतिक शास्त्र का नोबल पुरस्कार दिया गया।
इस प्रकार सम्पूर्ण घटनाक्रम के स्पष्टीकरण के उपरांत हम यही पाते हैं कि न्यूट्रॉन कि खोज सन 1932 (कब) मे सर जेम्स चैडविक (किसने) ने की थी|