प्रोटॉन की खोज किसने की थी इसके बारे में हमें जानकारी होना अति आवश्यक है क्योंकि परमाणु(Atom) के निर्माण का संयोजन जिन sub atomic particles से मिलकर होता है। उन्ही मे से एक ‘प्रोटान” है। इसके अलावा अन्य जो दो sub atomic particles मिलकर परमाणु को आकार प्रदान करते हैं वो हैं: इलेक्ट्रॉन(Electron) और न्यूट्रॉन(Neutron)। इन तीनों से मिलकर बनें एक परमाणु के नाभिकीय केंद्र मे प्रोटान (Positively charged particle(+) और न्यूट्रॉन (Neutral particle)) पाये जाते हैं और इसके चारों ओर इलेक्ट्रॉन {Negatively charged particle (-)} तीव्र गति से चक्कर लगाते रहते हैं।
आज हम इन sub atomic particles मे से एक “प्रोटान” के विषय मे बात करेंगे परंतु इससे पहले हमें ये जानना भी जरूरी है कि प्रोटान दो अन्य sub atomic particles के साथ मिलकर किसकी रचना करते हैं और क्यों प्रोटान की चर्चा से पूर्व इनकी व्याख्या जरूरी है।
Sub Atomic Particles से बनी संरचना परमाणु क्या है ?
परमाणु किसी भी तत्व का वो सबसे छोटा कण है जो किसी भी रासायनिक क्रिया मे हिस्सा तो ले सकता है। परंतु स्वतंत्र अवस्था मे नही रह सकता (छठी ईसा पूर्व ऋषि कणाद द्वारा ये बताया गया)| यही नही द्रव, ठोस व गैस जैसे सभी पदार्थों का निर्माण परमाणु से ही होता है।
परमाणु की संरचना
परमाणु की रचना जिन तीन sub atomic particles से मिलकर होती है वो कुछ इस प्रकार है:
- प्रोटान (p) – धनात्मक विद्युत आवेश युक्त परमाणु के नाभिक मे पाये जाने वाला नाभिकीय कण
- न्यूट्रॉन (n) – नाभिक मे प्रोटान के साथ ही पाये जाने वाला उदासीन नाभिकीय कण
- इलेक्ट्रॉन (e) – ऋणात्मक विद्युत आवेश युक्त कण
किसी परमाणु के सम्पूर्ण नाभिकीय संरचना के बाद अब हम बात करेंगे परमाणु नाभिक के केंद्र मे स्थित धनात्मक विद्युत आवेश युक्त नाभिकीय कण प्रोटान की:
प्रोटान क्या है ?
परमाणु के नाभिकीय केंद्र मे उदासीन विद्युतीय आवेश वाले न्यूट्रॉन के साथ उपस्थित धनात्मक विद्युत आवेश युक्त कण को प्रोटान के नाम से जाना जाता है| प्रोटान शब्द का origin Greek शब्द Protos से हुआ है जिसका अर्थ प्रथम है|
प्रोटान से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- प्रोटान का प्रतीक चिन्ह p होता है|
- प्रोटान पर 1.602 E-19 कूलाम्ब का धनावेश होता है|
- प्रोटान का द्रव्यमान 1.6726 E-27 किलोग्राम होता है जो इलेक्ट्रॉन से 1837 गुना है।
- प्रोटान तीन प्राथमिक कणो दो अप-क्वार्क और डाउन-क्वार्क से मिलकर बना होता है|
- प्रोटान का वर्ग प्रभार, त्रिज्या 84 से 0.87 fm या 0.84 x 10-15 से 0.87x 10-15 m होता है|
प्रोटान से जुड़ी पूर्ण जानकारी के बाद अब हम ये जानेंगे कि परमाणु के नाभिक मे स्थित इस sub atomic particles की खोज किसने की?
इस विषय मे अर्नेस्ट रदरफोर्ड (न्यूजीलैंड मे जन्मे ब्रिटिश भौतिक शास्त्री) और यूगेन गोल्डस्टीन (जर्मन भौतिक शास्त्री) के बीच हालांकि difference है कि प्रोटान का वास्तविक अन्वेषक कौन है? परंतु सत्यता ये है कि अर्नेस्ट रदरफोर्ड द्वारा ही सन 1911 मे प्रोटान की खोज की गयी क्योंकि यूगेन गोल्डस्टीन ने जो खोजा था। वो ये था कि परमाणु के नाभिक मे एक धनात्मक चार्ज वाला particle मौजूद है परंतु उन्होने इसे नाम नही दिया था, उन्होने तो सिर्फ ऐनोड किरणों या धन किरणों (केनाल किरणों) की खोज की थी|
इस प्रकार निर्विवाद रूप से “अर्नेस्ट रदरफोर्ड” को ही प्रोटान की खोज का श्रेय प्राप्त है|